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‘गोक्षुरा’ जिसे “गोखरू” के नाम से भी जानते हैं, मूत्र में गुर्दे के विकार पथरी में अत्यंत लाभकारी औषधि है जो कि बल, शक्ति, व शरीर सौष्ठव को बढ़ाने में भी मदद करती है। यह एक गर्म तासीर की औषधि है जो कि सर्दियों में होने वाली कई बीमारियों से बचाता है। इसके प्रयोग से जोड़ों व मांसपेशियों में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।
INDICATION :
Helps in Urinary & Kidney Disorders
Promotes Stamina
Promotes Vigor
Helps in Body Building
DOSAGE :
One capsule twice a day or as directed by the Physician/ Qualified Ayurvedic Practitioner
Packing : 30 Cap
50 in stock
Description
- गोखरू एक ऐसी जड़ी बूटी है जो सदियों से मानव के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद ही साबित हुआ है। ये उन जड़ी बूटियों में से एक है जो वात पित्त और कफ तीनों को नियंत्रित करने में सहायता करती है। गोखरू का फल, पत्ता और तना आयुर्वेद में औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। ये सिर्फ बीमारियों के लिए नहीं बल्कि यौन समस्याओं को ठीक करने में बहुत फायदेमंद साबित होता है आइये जानते हैं- गोखुर के गुण अनगिनत है जिसके कारण ही यह सेहत और रोगों दोनों के लिए औषधि के रुप में काम करता है। गोक्षुर या गोखरू वातपित्त, सूजन, दर्द को कम करने में सहायता करने के साथ-साथ, रक्त-पित्त(नाक-कान से खून बहना) से राहत दिलाने वाला, कफ दूर करने वाला, मूत्राशय संबंधी रोगों में लाभकारी, शक्तिवर्द्धक और स्वादिष्ट होता है।
दमा से राहत,
हाजमा बढ़ाये,
मूत्रकृच्छ्र या पेशाब संबंधी बीमारी,
दस्त रोकने,
पथरी या अश्मरी,
लो स्पर्म काउन्ट में फायदेमंद,
ज्वर या बुखार, रक्तपित्त,
बीमारी के लिए गोखरू के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए गोखरू का उपयोग कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।
Additional information
Weight | 50 g |
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