लहसुन (lahsun) एक ऐसी खाद्य सामग्री है, जो कई सब्जियों का जायका बढ़ा देती है। लहसुन का तड़का बेजान से बेजान सब्जी के स्वाद को कई गुणा बढ़ा देता है। लगभग हर रसोई में पाई जाने वाली ये खाद्य सामाग्री सिर्फ सब्जियों का स्वाद ही नहीं बढ़ाती, बल्कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
वजन घटाने में मदद करता है
लहसुन बढ़ते वज़न को रोकने में काफ़ी हद तक मददगार साबित हो सकता है। यह एडीपोजेनिक ऊत्तकों की अभिव्यक्ति को रोकने में मदद करता है, थर्मोजेनेसिस को बढ़ाता है और हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। अपने इन अनोखे गुणों की वजह से लहसुन आपको मोटापे से राहत दिला सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है
लहसुन में बायोएक्टिव सल्फर यौगिक, एस-एललिस्सीस्टीन मौजूद होता है, जो ब्लड प्रेशर को 10 एमएमएचजी (सिस्टोलिक प्रेशर) और 8 एमएमएचजी (डायलोस्टिक प्रेशर) तक कम करता है। चूंकि, सल्फर की कमी से भी हाई ब्ल्ड प्रेशर की समस्या होती है, इसलिए शरीर को ऑर्गनोसल्फर यौगिकों वाला पूरक आहार देने से ब्लड प्रेशर को स्थिर करने में मदद मिल सकती है
डायबिटीज से लड़ने में मदद करता है
अगर आपको डायबिटी का संदेह है या डायबिटी है, तो आप लहसुन का सेवन करें। यह शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित कर इंसुलिन की मात्रा बढ़ाता है।
सर्दी-ज़ुकाम से बचाता है
लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों की भरमार होती है। इसमें एलियानेस (या एलियान) नामक एंजाइम मौजूद होता है, जो एलिसिन नामक सल्फर युक्त यौगिक में परिवर्तित होता है। यह यौगिक सफेद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है, जो सर्दी-जुकाम के वायरस से लड़ने में मदद करता है
कोलेस्ट्रॉल की रोकथाम में मददगार है
दा तेल-घी वाले खान-पान की वजह से लोगों को कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या भी हो रही है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अपनी एक जांच में पाया है कि पुराने लहसुन के सेवन से शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (जो कि हानिकारक कोलेस्ट्रॉल होता है) के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है।
दिल से जुड़ी बीमारियों से लड़ने में मददगार है
हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों का ह््रदय संबंधी रोगों से सीधा रिश्ता होता है। ऐसे में लहसुन का सेवन ह््रदय संबंधी रोगों की रोकथाम में असरदार साबित हो सकता है।
गठिया में मिलती है राहत
लहसुन अंडाइक्टोमी-प्रेरित हड्डी सोखन को दबाने में सक्षम है। इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने यह भी पता लगाया है कि लहसुन डायलिल डाइसल्फाइड मैट्रिक्स को कम करने वाले एंज़ाइमों को दबाने में मदद करता है। इस तरह लहसुन हड्डियों को होने वाले नुकसान को भी रोकता है।
रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है
लहसुन में फाइटोन्यूट्रिएंट होते हैं, जो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट होता है। एंटीऑक्सिडेंट हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं और शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं। दूसरे शब्दों में, एंटीऑक्सीडेंट आपको बीमार पड़ने से बचाते हैं। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया है कि लहसुन खाने से हमारे शरीर में कई तरह की प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि होती है।
लीवर को सेहतमंद रखता है
लहसुन में पाए जाने वाले एस-एलील्मर कैप्टोसाइटिस्टीन (एसएएमसी) हेपेटिक चोटों के उपचार में मददगार होते हैं। वहीं, लहसुन का तेल एंटीऑक्सीडेटिव गुणों से भरपूर होता है, जो लीवर की सूजन से बचाव करता है।
कैंसर से बचाता है
लहसुन में डायलिसिल्फाइड मौजूद होता है, जो ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को रोकने में मदद करता है। लहसुन में मौजूद सेलेनियम कैंसर से लड़ने वाले गुणों के लिए जाना जाता है। साथ ही सेलेनियम डीएनए उत्परिवर्तन और अनियंत्रित सेल प्रसार और मेटास्टेसिस को भी रोकता है। लहसुन ट्यूमर और पेट के कैंसर की आशंका को कुछ हद तक कम करता है। इसलिए, अगर आप कैंसर के खतरे को कम करना चाहते हैं, तो स्वस्थ जीवन शैली के साथ लहसुन का नियमित सेवन करें।
फंगल संक्रमण से बचाता है
लहसुन में एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-पैरासिटिक गुण पाए जाते हैं, जो फंगल संक्रमण, जैसे दृ दाद और कैंडिडा से लड़ने में हमारी मदद करते हैं।
गैस और एसिडिटी से राहत
हाई ब्लड शुगर के स्तर को घटाता है
चिकित्सक परामर्श के अनुसार
Reviews
There are no reviews yet.