मोरिंगा या सहजन एक प्रकार की खाद्य सब्जी है जो विशेष रूप से दक्षिण भारतीय भोजन में बहुत ही लोकप्रिय है। सहजन के आयुर्वेदिक गुण होने के कारण इसे सुपर फूड के रूप में उपभोग किया जाता है। मोरिंगा पाउडर के फायदे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है। हालांकि मोरिंगा पेड़ के पत्ते, फूल, फल और छाल आदि सभी का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है।
मधुमेह के लिए
इसके मौजूद पोषक तत्व और खनिज पदार्थ रक्त में रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य रखने में सहायक होते हैं। मधुमेह के लक्षणों को कम करने के लिए रोगी को सहजन से बने कैप्सूल का नियमित सेवन करना चाहिए। नियमित रूप से उपभोग करने पर यह उच्च रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में प्रभावी होता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करे
यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और रक्त के थक्कों के गठन को भी प्रभावी रूप से कम कर सकता है। शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
उच्च रक्तचाप
यह उच्च रक्तचाप के लक्षणों को कम करने और नींद संबंधी समस्या को दूर करने में प्रभावी माना जाता है। सहजन के पाउडर में मौजूद पोषक तत्व और खनिज पदार्थ रक्तचाप को नियंत्रित करने और उच्च रक्तचाप को निम्न स्तर पर संतुलित करने में सहायक होते हैं।
वजन कम करे
मोरिंगा पाउडर में फाइबर की उच्च मात्रा होती है, जो आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है साथ ही यह आपकी भूख को भी नियंत्रित करता है। जिससे आपको बार-बार भूख लगने की संभावना कम हो जाती है। इसके अलावा सहजन की पत्तियों में क्लोरोजेनिक एसिड नामक एक एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा को बर्न करने में सहायक होता है। साथ ही यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में भी प्रभावी होता है।
स्टैमिना बढ़ाये
विटामिन, खनिज पदार्थ, एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट की उच्च मात्रा में होती है। जिसके कारण सहजन पाउडर आपकी ऊर्जा और सहनशक्ति को बढ़ाने के साथ ही एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक होता है। आप अपने बच्चों की एकाग्रता को बढ़ाने के लिए सहजन के पाउडर का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा सहजन का पाउडर एथलीट और व्यायाम करने वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद होता है। क्योंकि यह परिश्रम के दौरान खोई हुई ऊर्जा को फिर से दिलाने में सहायक होता है। यह आपकी एनर्जी बढ़ाने में सहायक होता है।
विषाक्तता
इसका उपयोग सामान्य रूप से पानी को शुद्ध करने के लिए किया जाता है। आप अपने शरीर में मौजूद विषाक्तता को दूर करने के लिए भी सहजन के पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा मोरिंगा पाउडर में कौयगुलांट गुण भी होते हैं जो संक्रामक बैक्टीरिया और रोगाणुओं को दूर करने में प्रभावी होते हैं। आप भी अपने शरीर को संक्रामक प्रभाव से बचाने और विषाक्तता को दूर करने के लिए सहजन के पाउडर का उपयोग कर सकते हैं।
पाचन के लिए
मोरिंगा पाउउर में फाइबर की उच्च मात्रा होती है जो आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। इसके अलावा सहजन की पत्तियों में पेट साफ करने वाले रेचक प्रभाव भी होते हैं। जिसके कारण यह पेट में मौजूद विषाक्तता को आसानी से दूर कर सकते हैं। सहजन का चूर्ण खाने के फायदे विशेष रूप से कब्ज रोगी के लिए होते हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पेट के अल्सर और अन्य पेट संबंधी संक्रमण का प्रभावी रूप से इलाज करते हैं।
अनिद्रा दूर करे
अनिद्रा या नींद की कमी संबंधी समस्याओं का घरेलू उपचार माना जाता है। सहजन के पाउडर में अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन होता है। यह घटक न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाता है। ये घटक नींद चक्र को नियंत्रित करते हैं। प्रोटीन से भरपूर होने के कारण सहजन पाउडर शरीर को स्वस्थ और अच्छा महसूस कराने वाले हार्मोन को भी उत्तेजित करते हैं। जिससे मूड को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है।
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मस्तिष्क स्वास्थ्य और संज्ञानात्मक कार्य को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति को अल्जाइमर के शुरुआती लक्षण होते हैं तब यह उनके लिए बहुत ही प्रभावी औषधी मानी जाती है। इसमें मौजूद विटामिन ई और सी ऑक्सीकरण को रोकते हैं जो मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है।
अवसाद का इलाज
मानसिक तनाव और अवसाद के लक्षणों को कम करने की क्षमता सहजन के पाउडर में होती है।
गर्भावस्था में फायदेमंद
स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं के लिए सहजन पाउडर बहुत ही उपयोगी होता है। क्योंकि इस स्थिति में महिलाओं को अतिरिक्त पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इस दौरान गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नियमित रूप से सहजन के पाउडर का सेवन करना चाहिए। क्योंकि यह उनके शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी को दूर करता है।
लीवर के लिए
पॉलीफेनोल की उच्च मात्रा होती है जो ऑक्सीकरण, विषाक्तता और क्षति के खिलाफ लीवर की रक्षा करते हैं। सहजन के गुण जिगर की क्षति और फाइब्रोसिस को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा इसके अन्य पोषक तत्व एंजाइम को सामान्य स्तर में बनाए रखने में सहायक होते हैं जिससे ऑक्सीडेटिव तनाव कम होता है और यकृत में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है। यह लीवर को स्वस्थ रखने और लीवर संबंधी समस्याओं को प्रभावी रूप से दूर करने का सबसे बेहतरीन तरीका है।
बूस्ट इम्यूनिटी
सहजन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को रोकने में सहायक होते हैं। ये फ्री रेडिकल्स त्वचा समस्याओं, श्वसन समस्याओं, पाचन और चयापचय समस्याओं का कारण होते हैं।
स्किन के लिए
त्वचा को स्वस्थ रखने वाले गुणों से भरपूर होने के कारण सहजन के पाउडर का उपयोग कई सौंदर्य उत्पादों में प्रमुख घटक के रूप में किया जाता है।
एंटी-एजिंग के लिए
विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन और बायोफ्लेवोनॉइड्स की अच्छी मात्रा होती है। इसके साथ ही इसमें बहुत से एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। जो कि त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं। इन्हीं फ्री रेडिकल्स के कारण त्वचा कोशिकाओं को नुकसान होता है जो झुर्रियों और अन्य उम्र बढ़ने संबंधी समस्याओं का कारण होते हैं। आप भी समय से पहले आने वाले बुढ़ापे के संकेतों को दूर करने के लिए सहजन के पाउडर का मौखिक और बाहृ रूप से उपयोग कर सकते हैं।
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